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विक्रम साराभाई भवन में स्वतंत्रता दिवस-2019 समारोह
विक्रम साराभाई भवन में स्वतंत्रता दिवस-2019 समारोह
विक्रम साराभाई भवन में स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भारी पानी बोर्ड के मुख्य कार्यकारी का भाषण
सुप्रभात

हम अपने देश के 73 वें स्वतंत्रता दिवस को मनाने के लिए यहां उपस्थित हुए हैं, यह दिन हम सभी भारतीयों के लिए विशेष गौरव का दिन है । 15 अगस्त 1947 की प्रात: के समय ब्रिटिश राज से भारत को आजादी मिली जिससे हमें - शोषण से मुक्ति, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, और अपने स्वयं के लक्ष्यों को प्राप्‍त करने हेतु स्वतंत्रता मिली । यह राष्ट्रीय त्यौहार हर साल समुचे देश में बहुत उत्साह और पारंपरिक जुनून के साथ मनाया जाता है। यह दिन स्वतंत्रता प्राप्त करने में बलिदान देनेवाले हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है जिन्‍होंने आजा़दी के लिए अपने प्राण न्‍योछावर किए । यह अवसर स्वतंत्रता के पिछले सात दशकों में हमारे राष्ट्र की प्रगति पर गर्व करने, और भविष्य में अधिक से अधिक उपलब्धियों के लिए खुद को तैयार करने, राष्ट्रीय हितों को हमारे दिमाग में रखने के लिए एक अवसर है । इस शुभ अवसर पर आप सभी से बात करने का मुझे मौका मिला, यह मेरे लिए गौरव की बात है ।

प्रिय दोस्तों, पिछले 72 वर्षों में भारत ने कृषि, बुनियादी ढांचों, सेवाओं और उपयोगिताओं, शिक्षा, स्वास्थ्य, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, अर्थव्यवस्था, आईटी, बीटी और एनटी, और कई और विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय वृद्धि हासिल की है । एक बड़ी जनसंख्या वाला हमारा यह देश न केवल आगे बढ़ा है, छलांग लगा रहा है, बल्कि एक महाशक्ति बनने की राह पर है ।

इस स्वतंत्रता दिवस के पर्व पर हम 2 अक्टूबर को राष्ट्रपति महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती मना रहे हैं । उनके प्रति कृतज्ञ भारत 2 अक्टूबर 2018 से 2020 तक 2 साल के लंबे उत्सव के रूप में मनाकर उनको याद कर रहा है । आदरणीय बापू के प्रति ऋणी यह देश उनके स्वच्‍छता के मिशन को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है । 2014 से भारत सरकार द्वारा एक राष्ट्रव्यापी अभियान “स्वच्छ भारत अभियान” चलाया जा रहा है, जिसके अब उन्‍नत परिणाम देखने को मिल रहे हैं । डीएई अपने विभिन्न मिशनों के माध्यम से इस मिशन का समर्थन कर रहा है, जिसमें अपंक को स्‍वास्‍थ्‍यप्रद बनाना, बायोमेथेनेशन, जल शोधन और कई और गतिविधियां शामिल हैं।

प्रिय दोस्तों, इस वर्ष राष्ट्र, महान वैज्ञानिक डॉ. विक्रम साराभाई की 100 वीं जयंती मना रहा है, जो एक वैज्ञानिक, एक आविष्कारक, उद्योगपति और एक दूरदर्शी नेता का एक दुर्लभ संयोग थे । 1966 से 1971 के दौरान उनके नेतृत्‍व में, उच्च प्रासंगिकता के कई सामरिक और सामाजिक संस्थानों की स्थापना की गई है । 01 मई, 1969 को स्‍थापित हेवी वॉटर प्रोजेक्ट्स बोर्ड के वे संस्थापक अध्यक्ष थे और एचडब्ल्यूबी इस साल अपनी स्‍वर्ण-जयंती मना रहा है । हमारे आदरणीय प्रधान मंत्री ने अहमदाबाद में डॉ. विक्रम साराभाई के शताब्दी समारोह में इसरो और डीएई के वैज्ञानिक और जनता को संबोधित करते हुए, डॉ. विक्रम साराभाई का उल्‍लेख नए वैज्ञानिकों के लिए एक प्रेरणास्‍त्रोत के रूप में किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को डॉ. साराभाई द्वारा प्रदत्‍त विज्ञान और प्रौद्योगिकी की विरासत को आगे बढ़ाना है ।

प्रिय मित्रों, हाल के दिनों में, भारत ने सामाजिक, आर्थिक, भौगोलिक, औद्योगिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और विज्ञान और प्रौद्योगिकी सहित कई क्षेत्रों में सराहनीय परिवर्तन देखा है। भारतीय अर्थव्यवस्था का उद्देश्‍य अब अपने 1.3 बिलियन नागरिकों के लिए इस तरह से समृद्धि और परिवर्तन लाने का है कि अर्थव्यवस्था के जरिए मूल्‍यों का सृजन हो । भारत अब सकल घरेलू उत्पाद के मामले में दुनिया की छठ़ी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और US $ 3 ट्रिलियन के कुल मूल्य के साथ सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में उभर रहा है । भारत अब 2024 तक 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य की ओर अग्रसर है।

प्रिय मित्रों, पिछले 65 वर्षों में, परमाणु ऊर्जा विभाग ने परमाणु विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर समाज और राष्ट्र के लिए असाधारण योगदान दिया है। आज, भारत को ऊर्जा से लेकर कृषि तक, स्वास्थ्य सेवा से लेकर अपशिष्ट प्रबंधन, जल से लेकर पर्यावरण तक विभिन्न क्षेत्रों में परमाणु प्रौद्योगिकी के उपयोग में विकसित राष्ट्रों के रूप में मान्यता प्राप्त है। ऊर्जा क्षेत्र में, डीएई ने 6.78 गीगावॉट उत्पादन हासिल किया है और 2024 तक 13.5 गीगावॉट हासिल करने का लक्ष्य है। भारत के कैगा जनरेटिंग स्टेशन ने निरंतर संयंत्र प्रचालन का विश्व रिकॉर्ड बनाया है और उसने मौजूदा 940 दिनों का रिकॉर्ड पार किया है।

प्रिय मित्रों, निर्माण, सेवा और संपदा प्रबंधन निदेशालय सहायता प्राप्त संस्थानों सहित इकाइयों के लिए आवास, छात्रावास, स्कूल, अस्पताल, प्रयोगशालाओं और विभिन्न सार्वजनिक भवनों के निर्माण और रखरखाव से संबंधित विभिन्न गतिविधियों के चुनौतीपूर्ण कार्य को अंजाम दे रहा है। इसके अलावा, DCSEM अणुशक्तिनगर तथा मुम्बई के विभिन्न हिस्सों में स्थित भागों की आवासीय कॉलोनी के लिए संपदा प्रबंधन और सुरक्षा सेवाएं प्रदान कर रहा है। DCSEM प्रकृति और पर्यावरण के साथ सद्भाव रखकर निर्माण और रखरखाव सेवाओं में बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। इसके कार्यों में विश्व स्तरीय डीएई कन्वेंशन सेंटर का निर्माण, सांस्कृतिक केंद्र, मुंबई और अनुसूची के अनुसार अन्य स्थान में आवास और अन्य सुविधाओं का निर्माण, एएमडी में आरएंडडी लैब का निर्माण, वीईसीसी में एईआरबी कार्यालय परिसर, औंध में एलआईजीओ-इंडिया परियोजना के लिए प्रारंभिक कार्य, जीसीएनईपी, बहादुरगढ़ के लिए कार्य, अणुशक्तिनगर में विद्यमान मकानों का नवीनीकरण, घरों का ऑन लाइन आबंटन, गीला कचरा कंपोस्टिंग प्लांट स्थापित करना डीसीएसईएम की कुछ उल्लेखनीय उपलब्धियां रही हैं।

प्रिय मित्रों, क्रय एवं भंडार निदेशालय सभी डीएई इकाइयों को समय पर खरीद और सामग्री की आपूर्ति के माध्यम से बहुमूल्य सेवाएं प्रदान कर रहा है। प्रगत खरीद प्रणाली और प्रौद्योगिकी का उपयोग करते समय डीपीएस, सरकार द्वारा स्थापित कोड और कार्य पद्धतियों का अनुपालन सुनिश्चित कर रहा है। डीपीएस द्वारा शुरू की गई लाइन टेंडरिंग प्रक्रिया अब पूरे जोरों पर काम कर रही है, जिससे टेंडरिंग प्रक्रिया के मूल्यांकन और जटिलता का निष्पादन समय कम हो रहा है। डीपीएस आगे अधिकतम सटीकता के साथ समय पर ऑनलाइन भुगतान करने के लिए प्रयास कर रहा है। डीपीएस ने BARC के लिए विभागीय आंकड़ों की गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए सामग्री प्रबंधन प्रणाली प्रारंभ की है।

प्रिय दोस्तों, भारी पानी बोर्ड (HWB) विभिन्न परमाणु ग्रेड उत्पादों के उत्पादन के माध्यम से डीएई के विविध अधिदेश में योगदान दे रहा है, जिसमें भारी पानी, हाइड्रो-धातु विज्ञान के लिए सॉल्वैंट्स, बोरान समस्थानिक, ड्यूटेरियम लेबल वाले यौगिक आदि शामिल हैं। इसके अलावा, HWB ऑक्सीजन -18 जल, परमाणु ग्रेड सोडियम के उत्पादन के साथ-साथ विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं पर भी काम कर रहा है। इसके अलावा, एचडब्ल्यूबी, भारतीय परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम का सहयोग करने के लिए विकासशील प्रौद्योगिकियों में भी उद्यमित है। भारत को दुनिया में भारी पानी के सबसे बड़े उत्पादक के रूप में बनाने के साथ, एचडब्ल्यूबी ने स्वयं को भारी पानी के विश्वसनीय वैश्विक आपूर्तिकर्ता के रूप में स्थापित किया है । हमारे भारी पानी संयंत्र बेंचमार्क प्रदर्शन के साथ कई रिकॉर्ड बना रहे हैं। HWP, हजीरा ने अपने लक्षित भारी पानी के उत्पादन से अधिक 126.4% टन का उत्पादन किया है तथा इसमें वर्ष 2018-19 की तुलना में विशिष्ट ऊर्जा खपत 15% कम रही।

प्रिय मित्रों, HWB, O-18 समृद्ध पानी के उत्पादन के लिए ऑक्सीजन -18 संवर्धन संयंत्र का प्रचालन कर रहा है, और अगले साल तक चिकित्सा ग्रेड उत्पाद की उम्मीद है। ड्यूटेरियम के अवक्षयित पानी की कैंसर-रोधी क्षमता का दोहन करने के लिए, हम बड़ी मात्रा में DDW का विपणन करने के लिए भारतीय उद्योगों की तलाश कर रहे हैं। सहयोगात्मक करार के अंतर्गत, एचडब्ल्यूबी “मेक इन इंडिया” योजना के तहत ड्यूटेरित यौगिकों और उत्‍पादों के विकास के लिए भारतीय कंपनियों को भारी पानी की आपूर्ति कर रहा है। भारी पानी बोर्ड कोबाल्ट, गैलियम, मैग्नीशियम, परमाणु ग्रेड सोडियम, औद्योगिक पैमाने पर हाइड्रोजन और हीलियम का उत्पादन आदि जैसे कुछ और महत्वपूर्ण और सामरिक क्षेत्रों में भी काम कर रहा है।

संक्षेप में, इस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मेरी ओर से आनेवाले समय के लिए शुभकामनाएं। मुझे यकीन है कि आप सभी सामाजिक और राष्ट्रीय विकास के लिए डीएई की भूमिका को मजबूत करने के लिए अपने अथक प्रयास जारी रखेंगे।

आप सभी को पुन: एक बार स्‍वतंत्रता दिवस की बहुत बहुत शुभकामनाएं ।

धन्यवाद और जयहिंद ।
कार्यक्रम की झलकियां
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Last updated on: 27-Aug-2019