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गृहमंत्रालय, राजभाषा विभाग तथा परमाणु ऊर्जा विभाग से प्राप्त दिशा निदेशों के अनुसार भारी पानी बोर्ड (केंद्रीय कार्यालय ) में कार्यरत कर्मचारियों को निम्नानुसार हिंदी प्रशिक्षण हेतु नामित किया जाता है ।
इसके अंतर्गत हिंदी प्रबोध, प्रवीण तथा प्राज्ञ का प्रशिक्षण दिया जाता है । कार्मिकों के पदनाम के अनुसार उनके लिए आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाता है । कार्यालय में उपलब्ध रोस्टर के अनुसार बोर्ड के लगभग सभी कार्मिकों को हिंदी का कार्यसाधक प्राप्त है ।
परमाणु ऊर्जा विभाग से प्राप्त निदेशानुसार कर्मचारियों को कम्प्यूटर पर हिंदी में कार्य करने का प्रशिक्षण देने हेतु भारी पानी बोर्ड (केंद्रीय कार्यालय ) में एक मिनी कम्प्यूटर प्रशिक्षण कक्ष की स्थापना की गई है । इसमें माह नवंबर, 2017 ये सभी स्तर के कार्मिकों को यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है । इस प्रशिक्षण केंद्र में अब तक 214 कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है ।
बोर्ड के कर्मचारियों को हिंदी में कार्य करने हेतु सक्षम बनाने के लिए नियमित रूप से (तिमाही के आधार पर) हिंदी कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है । ये कार्यशालाएं परमाणु ऊर्जा विभाग की अणुशक्तिनगर स्थित पांच इकाईयों क्रमश: भापाबो, डीपीएस, निसेसंप्रनि, ब्रिट तथा एईआरबी की संयुक्त राजभाषा समन्वय समिति के तत्वाधान में आयोजित की जा रही हैं । अब तक ऐसी 84 कार्यशालाएं आयोजित की जा चुकी हैं ।
भारी पानी बोर्ड के आशुलिपिकों को हिंदी आशुलिपि के प्रशिक्षण हेतु भी नामित किया जा रहा है । राजभाषा विभाग के आशुलिपि प्रशिक्षक विक्रम साराभाई भवन में स्थित एनपीसीआईएल के कार्यालय में आते हैं तथा वहां पर आयोजित हिंदी आशुलिपि प्रशिक्षण में भारी पानी बोर्ड के आशुलिपिकों को नियमित रूप में प्रशिक्षण हेतु नामित किया जा रहा है । वर्तमान बैच में भापाबो के 02 आशुलिपिक यह प्रशिक्षण पा रहे हैं ।
राजभाषा विभाग द्वारा एनपीसीआईएल, मुंबई में आयोजित किए जा रहे इस प्रशिक्षण हेतु वर्तमान बैच में भापाबो के 06 कार्मिकों को नामित किया गया है ।
इस प्रकार से बोर्ड में राजभाषा हिंदी के सफल क्रियानवयन हेतु आवश्यक हिंदी के प्रशिक्षण की समुचित व्यवस्था की गई है ।
Last updated on: 09-Apr-2019